बूंदाबांदी के बाद कई दिन सताएगी सर्दी

मौसम में बदलाव होने से लोग सर्दी-बुखार की चपेट में आने लगे हैं। पिछले तीन दिन में सर्दी-जुकाम बुखार के करीब तीस फीसदी मरीज अस्पतालों में बढ़ गए हैं। सोमवार को बारिश के बाद मंगलवार को भी सुबह और दोपहर में बूंदाबांदी होती रही। इससे सर्दी फिर बढ़ गई। पहाड़ों पर हुई बर्फबारी का प्रभाव भी दोबारा दिखाई देने लगा है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले दो दिन बारिश होने की संभावना है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बुधवार को न्यूनतम तापमान आठ डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। इससे सर्दी और बढ़ेगी। अधिकतम तापमान में भी एक डिग्री सेल्सियस कमी आने की संभावना है।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसवी सिकेरा का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ का दबाव बढ़ने से मौसम में बदलाव आया है। बुधवार के बाद यह पूरब की तरफ बढ़ जाएगा, इससे मौसम साफ रहेगा लेकिन पहाड़ों पर हुई बर्फबारी से सर्दी एक सप्ताह तक रहेगी। इसके बाद धीरे-धीरे तापमान बढ़ना शुरू होगा।
बच्चों और बुजुर्गों को अधिक परेशानी
संयुक्त अस्पताल के फिजीशियन डॉ. आरसी गुप्ता का कहना है कि बच्चों और बुजुर्गों के शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम होती है इसलिए इस मौसम में विशेष तौर पर इनका ध्यान रखने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि मौसम में अचानक बदलाव होने के बाद शरीर तुरंत उसके अनुकूल ढल नहीं पाता इसलिए लोगों में कफ कोल्ड, कोल्ड डायरिया, वायरल डायरिया के मरीज बढ़ने लगते हैं। अगर बच्चे या बुजुर्ग की किसी भी बीमारी की दवा चल रही है तो बिना डॉक्टर से सलाह लिए दवा बंद न करें। इनके खाने-पीने में भी सावधानी बरतें। उन्होंने बताया कि पिछले पांच दिन से हो रहे मौसम में बदलाव से सर्दी, जुकाम, बुखार और पेट संबंधित बीमारियों के तीस फीसदी मरीज बढ़ गए हैं।