दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर भी कोरोना का साया, नहीं लौटे होली की छुट्टियों पर गए कर्मचारी

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर मौसम के बाद अब कोरोना का साया है। अधिकारियों की मानें तो होली की छुट्टियों पर गए कर्मचारी वापस नहीं लौटे हैं। एक्सप्रेस-वे का निर्माण कर रही जीआर इंफ्रा ने कर्मचारियों के न आने की सूचना एनएचएआई को दी है। पहले से ही दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का निर्माण धीमी गति से चल रहा है। वहीं, प्रधानमंत्री कार्यालय से इस प्रोजेक्ट की मॉनिटरिंग होने से एनएचएआई पर जल्द से जल्द कार्य पूरा करने का दबाव है।


इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का समय दिसंबर-2019 तय था, लेकिन मौसम की मार के चलते प्रोजेक्ट की समय सीमा बढ़ाकर मई-2020 तक कर दी गई। बारिश होने के बाद पीएमओ से मेरठ से डासना (32 किमी) का चरण पूरा करने की समय सीमा जून-2020 तक तय की है। लेकिन कुछ न कुछ अवरोध होने से इस कार्य को समय पर पूरा कर पाना मुश्किल दिखाई दे रहा है। ऐसे में इस समय सीमा को भी आगे बढ़ाया जा सकता है।

एनएचएआई डायरेक्टर करेंगे निरीक्षण
जीआर इंफ्रा द्वारा कर्मचारियों के न आने की सूचना पर एनएचएआई डायरेक्टर जल्द मेरठ से डासना का निरीक्षण कर सकते हैं। इससे कार्य की गति और कर्मचारियों की स्थिति के बारे में पता चल सकेगा।
जिससे प्रधानमंत्री कार्यालय को इसके बारे में अपडेट रिपोर्ट दी जा सके। इसके चलते प्रोजेक्ट मैनेजर को भी स्थिति पर नजर रखने के लिए कहा गया है। वहीं, एनएचएआई का कहना है कि कोरोना से बचाव के लिए जीआर इंफ्रा को कर्मचारियों को मास्क की व्यवस्था की जानी चाहिए।